शिव
| छोड़े आज चरण भोले के , तो कभी पकड़ न पाओगे ||
छोड़े आज चरण भोले के , तो कभी पकड़ न पाओगे | ऐसी वैसी भूल नहीं ये , तुम जीवन भर पछताओगे ||
इस जीवन में ऐसे मौके , भक्तो बार-बार नहीं आते है | समय को जो पहचान न पाए , वो ही कष्ट उठाते है || सीधा रास्ता छोड़ दिया तो , तुम दर पे कैसे आओगे | छोड़े आज चरण भोले के , तो कभी पकड़ न पाओगे ||
जहाँ सब का मान बराबर हो , ऐसा स्थान कहाँ होगा | भोलेबाबा से बढ़ कर भक्तो , दूजा भगवान कहाँ होगा || हाथ से मौका गंवा दिया तो , तुम सुकूँ कैसे पाओगे | छोड़े आज चरण भोले के , तो कभी पकड़ न पाओगे ||
‘श्याम’ बड़ा अच्छा मौका है , तु जाकर इसे अजमाले | मन को बड़ा सुकूँ मिलेगा , गर दर पे हाजिरी लगवाले || आज कसाला कर लोगे तो , जन्म-जन्म सुख पाओगे | छोड़े आज चरण भोले के , तो कभी पकड़ न पाओगे ||
जय शिव भोलेनाथ |
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