Tuesday, August 16, 2016

भोग और दान



    भोगों का और दान का आपस में बहुत गहरा सम्बन्ध है. दिये बिना किसी को कुछ नहीं मिलता है. मनुष्य जो-जो वस्तु जिस-जिस तरह से देता है उसे उसी तरह पाता है. जो बिना माँगे देता है वह बिना प्रयास के पाता है. जो माँगने पर देता है वह प्रयास करने पर पाता है और जो देता ही नहीं है वह प्रयास करने पर भी कुछ नहीं पाता है.