जय संतोषी माँ |
तेरे नाम की छैया में ,मैंने पाया प्यार तुम्हारा है
संतोष सिखाती है तू ,हर काज तूने मेरा संवारा है
तेरे बिन माँ संतोषी ,मेरा इस जग में कहाँ गुजारा है
जय जय माँ संतोषी ,मेरे लब पर तेरा ही जयकारा है
जय जय माँ संतोषी ,मेरे लब पर तेरा ही जयकारा है
जय जय संतोषी माँ ,बस तर ही सहारा है जेकर है
जय जय संतोषी माँ ,सब के दुखो को हरनेवाली
जी जय संतोषी माँ ,बस अब तेरा ही सहारा है
संकट दूर करो माँ अम्बे
अपने वचन निभाओ माँ अम्बे
आज झोली खली ले कर आई हूँ
बार दे झोली ,खली झोली न जाने देना
एक तेरा सहारा है तू ही पार लगाना माता
======जय संतोषी माता======
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