ॐ श्री हरि

Thursday, May 26, 2016

कुंभ २०१६


  
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Posted by रमा शर्मा, जापान at 10:12 AM No comments:
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रमा शर्मा, जापान
मैं रमा शर्मा ,पिछले 32 वर्षों से जापान में रहती हूँ, यहाँ आकर बहुत कुछ सीखा भी और जाना भी।पढ़ी भी और पढ़ाया भी।हिंदी की सेवा के अतिरिक्त लेखन मेरा पंसदीदा काम है जो मैं समय की आंख बचा कर करती रहती हूँ। बहुत से ब्लॉग हैं, ई पत्रिका *हिंदी की गूंज अंतरराष्ट्रीय ई पत्रिका* के नाम से आप सब का प्यार और स्नेह दिन रात पा रही है और प्रगति की राह पर प्रयत्नशील है। आप सब का सहयोग चाहिये हिंदी को आगे बढ़ाने के लिये ।
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